53 वर्षीय श्री रजनी कांत अग्रवाल 4 अक्टूबर, 2021 से हमारी कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हैं। वह 28 जून, 1991 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बिट्स पिलानी, राजस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक और आईआईटी दिल्ली से जल संसाधन इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय (पहले सिक्किम मणिपाल स्वास्थ्य, चिकित्सा और प्रौद्योगिकी विज्ञान विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता था) से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री भी प्राप्त की है। उन्हें भारत और विदेशों में जल संसाधन, विद्युत और अवस्थापना विकास परियोजनाओं की योजना, रूपरेखा और कार्यान्वयन के क्षेत्र में बत्तीस (32) से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्हें परियोजना नियोजन, संविदा प्रबंधन, निर्माण पर्यवेक्षण और परियोजना कार्यान्वयन का व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता हासिल है और वे हमारी कंपनी की व्यवसाय विकास संबंधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। वे हमारी सहायक कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) और निदेशक (इंजीनियरिंग) (अतिरिक्त प्रभार) हैं और जीपीसीएल कंसल्टिंग सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक भी हैं।
तिरपन (53) वर्षीय पंकज कपूर 29 सितंबर, 2015 से हमारी कंपनी के निदेशक (वित्त), पूर्णकालिक निदेशक और सीएफओ हैं। वह 9 मार्च, 1994 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स कोर्स) की डिग्री प्राप्त की है। वह इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से डिग्री प्राप्त एक योग्य लागत लेखाकार भी हैं। उन्हें कॉर्पोरेट वित्त, कार्यशील पूंजी प्रबंधन, लागत और बजटीय नियंत्रण, संस्थागत वित्त, लेखांकन, कराधान, लेखापरीक्षा, विदेशी परियोजनाओं इत्यादि से संबंधित विभिन्न मामलों का अट्ठाईस (28) वर्षों का अनुभव है। वे हमारी सहायक कंपनी के निदेशक मंडल में निदेशक (वित्त) (अतिरिक्त प्रभार) के रूप में भी कार्यरत हैं।
उनसठ(59) वर्षीय अनुपम मिश्रा 30 अक्टूबर, 2018 से हमारी कंपनी के निदेशक (वाणिज्यिक और मानव संसाधन विकास)/पूर्णकालिक निदेशक हैं। वह 19 जून, 1990 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (सिविल इंजीनियरिंग) की स्नातक डिग्री और दिल्ली विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। उन्हें भारत और विदेशों में जल संसाधन, विद्युत और अवस्थापना क्षेत्र में नियोजन, तकनीकी और वित्तीय प्रस्ताव तैयार करने, सर्वेक्षण और जांच, डिजाइन, लागत इंजीनियरिंग, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (रिपोर्टों) तैयार करने, निविदा इंजीनियरिंग, संविदा और वित्तीय प्रबंधन, निर्माण पर्यवेक्षण, निगरानी और मूल्यांकन और परियोजना कार्यान्वयन/परियोजनाओं के निर्माण पर्यवेक्षण सहित ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड परियोजनाओं का परिकल्पना से प्रांरभ तक का बत्तीस (32) से अधिक वर्षों का अनुभव है।
तिरपन (53) वर्षीय आनंद मोहन 10 अगस्त, 2022 से हमारी कंपनी के सरकारी नामांकित (अंशकालिक) निदेशक हैं। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त की है। वह राजस्थान कैडर के 1996 बैच के एक भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी हैं। एक आईएफएस अधिकारी के रूप में उन्हें छब्बीस (26) वर्षों का अनुभव है। उन्होंने राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों, शहरी विकास मंत्रालय, उपभोक्ता मामले विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में विभिन्न पदों पर भी कार्य किया है। उन्होंने भारत के साथ-साथ विदेशों नामत: सिंगापुर, संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया है। वर्तमान में, उन्हें जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है और वे राष्ट्रीय नदी संरक्षण निदेशालय में तैनात हैं। वे सरकारी नामित निदेशक के रूप में हमारी सहायक कंपनी के निदेशक मंडल में भी हैं।
सैंतालीस (47) वर्षीय श्री अभिषेक सिंह 23 अगस्त 2023 से हमारी कंपनी के सरकारी नामांकित (अंशकालिक) निदेशक हैं। उन्होंने 17 जुलाई 2023 को विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। इससे पहले, श्री सिंह थे अगस्त, 2020 - जुलाई, 2023 के दौरान वेनेज़ुएला में भारत के राजदूत रहे। श्री सिंह 2018-20 में काबुल में भारतीय दूतावास मिशन के उप प्रमुख थे। उन्होंने 2016-17 में बर्लिन स्थित भारतीय दूतावास में मिशन उप प्रमुख के रूप में भी कार्य किया। वे 2017-18 में विदेश मंत्रालय में निदेशक (पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका) के रूप में अपनी सेवाएं दी।
बर्लिन आने से पहले, श्री सिंह संयुक्त राष्ट्र न्यूयॉर्क में भारत के स्थायी मिशन (2013-16) में काउंसलर/राजनीतिक अधिकारी थे, इस दौरान उन्होंने भारत के पड़ोसी देशों, पी-5 देशों, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मामलों, शांति स्थापना के मुद्दों, एनएएम, आतंकवाद-निरोध, निरस्त्रीकरण एवं प्रथम समिति के मुद्दे, मानवीय मुद्दों, राष्ट्रमंडल इत्यादि से जुड़े राजनीतिक विषयों पर काम किया। उन्होंने 2012, 2013, 2014 और 2015 में एक प्रतिनिधि के रूप में यूएनजीए में भाग लिया है। श्री सिंह 2003 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी, सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस, नई दिल्ली और एक्सटर्नल पब्लिसिटी डिवीजन (एक्सपी), एमईए में दो साल के प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद, उन्होंने बीजिंग में 2005-10 तक भारतीय दूतावास में 5 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी।इसके बाद, वह 2010 में विदेश मंत्रालय आ गए, सर्वप्रथम उन्होंने डेस्क अधिकारी के रूप में पाकिस्तान के साथ भारत के द्विपक्षीय और राजनीतिक संबंधों के क्षेत्र में कार्य किया। तत्पश्चात उन्हें 2011-2013 की अवधि के लिए विदेश राज्य मंत्री के कार्यालय में विशेष कर्तव्य अधिकारी के रूप में चुना गया।
श्री अभिषेक सिंह ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के. पुरम, नई दिल्ली से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से राजनीति विज्ञान ऑनर्स की स्नातक की उपाधि प्राप्त की, जहां वे दिल्ली विश्वविद्यालय में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने पीजीडीएम (मानव संसाधन) और उन्होंने चाइना फॉरेन अफेयर्स यूनिवर्सिटी, बीजिंग से मंदारिन भाषा में अठारह महीने के पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया है। श्री सिंह ने इलियट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स, द जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन डी.सी. से विदेश नीति पाठ्यक्रम भी किया है।
सड़सठ (67) वर्षीय श्री अनिल कुमार त्रिगुणायत 12 जनवरी, 2022 से कंपनी के गैर-सरकारी अंशकालिक स्वतंत्र निदेशक हैं। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक की डिग्री और कुमाऊँ विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डिप्लोमैटिक स्टडीज में सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है। एक पेशेवर भारतीय राजनयिक के रूप में उन्हें पैंतीस (35) से अधिक वर्षों का अनुभव है, इस दौरान वे एशिया से अफ्रीका और यूरोप से अमेरिका तक में सेवारत रहे हैं।
उनचास (49) वर्षीय श्री जसबीर सिंह ठाकुर, 12 जनवरी, 2022 से कंपनी के एक गैर-सरकारी अंशकालिक (स्वतंत्र) निदेशक हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधिशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और साथ ही वे योग अध्ययन में डिप्लोमा धारक भी हैं। एक अधिवक्ता के रूप में उन्हें तेईस (23) वर्षों का अनुभव है। उन्हें 23 मार्च, 1999 को हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल में नामांकित किया गया। वह बारसर जिला सब डिवीजनल बार एसोसिएशन हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश में एक वकील के रूप में कार्य करते रहे हैं। वे हमारी सहायक कंपनी में गैर-सरकारी अंशकालिक (स्वतंत्र) निदेशक भी हैं।
बावन (52) वर्षीय श्री लखन लाल साहू 2 फरवरी, 2022 से हमारी कंपनी के गैर-सरकारी अंशकालिक (स्वतंत्र) निदेशक हैं। उन्होंने डी.पी. विप्र कॉलेज, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से कला स्नातक डिग्री और हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। साथ ही उन्होंने डी.पी. विप्र कॉलेज, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से एलएल.बी की डिग्री भी प्राप्त की है। उन्होंने मुंगेली जिले के बार एसोसिएशन के सचिव रूप में भी कार्य किया है। वे 2014 से 2019 तक 179 बिलासपुर लोकसभा सी.जी. से संसद सदस्य भी रहे। लोकसभा सदस्य के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, वह विभिन्न समितियों जैसे रेल मंत्रालय की स्थायी समिति, कोयला, एमपीएलएडीएस मंत्रालय की सलाहकार समिति और वस्त्र मंत्रालय की हिंदी समिति में सदस्य रहे, जिसमें उन्होंने इन समितियों में इनकी सक्रिय सहभागिता रही और उन्होंने गतिशील भूमिका का निर्वहन किया।
पचास (50) वर्षीय श्री पार्थ सारथी घोष 23 फरवरी, 2022 से कंपनी के गैर-सरकारी अंशकालिक (स्वतंत्र) निदेशक हैं। उन्होंने उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक डिग्री प्राप्त की है। उन्हें होटल व्यवसाय में अठारह (18) वर्षों का अनुभव है। इसके अलावा, वह शिक्षा के क्षेत्र में एक संस्थान, ऑरबिंद पार्क सरस्वती शिशु मंदिर के सदस्य हैं।
हमारे अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, निदेशक (वित्त)/पूर्णकालिक निदेशक और सीएफओ तथा निदेशक (वाणिज्य एवं मा.सं.वि.)/पूर्णकालिक निदेशक के अतिरिक्त हमारी कंपनी के मुख्य प्रबंधकीय कार्मिकों का विवरण निम्नानुसार है:
प्रवीण कुमार 20 मई, 2022 से हमारी कंपनी के मुख्य कार्यकारी निदेशक (परियोजना) हैं। वह 23 जुलाई, 1990 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने आईआईटी, दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। साथ ही उन्होंने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री प्राप्त की है। सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग विश्लेषण, एआई और ऑप्टिमाइजेशन इत्यादि की जानकारी के साथ-साथ भौगोलिक सूचना प्रणाली आधारित विश्लेषण, जल आपूर्ति और सीवरेज नेटवर्क डिजाइन, बाढ़ मॉडलिंग, सिंचाई और जल निकासी प्रणाली, तकनीकी सॉफ्टवेयर विकास, डेटाबेस विकास के अनुभव सहित उन्हें हमारी कंपनी में विभिन्न पदों पर कार्य का बत्तीस (32) वर्षों का अनुभव है।
शंभू आज़ाद 30 सितंबर, 2018 से हमारी कंपनी के मुख्य कार्यकारी निदेशक (जल संसाधन विकास) हैं। वह 18 जून, 1990 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा, उन्हें आईआईटी दिल्ली से जल संसाधन इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी और दर्शनशास्त्र में मानद उपाधि प्राप्त है। मुख्य रूप से जल संसाधन के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित परियोजनाओं के अनुभव के साथ उन्हें हमारी कंपनी में विभिन्न पदों पर कार्य का बत्तीस (32) से अधिक वर्षों का अनुभव है।
अमन शर्मा 20 सितंबर, 2018 से हमारी कंपनी के मुख्य कार्यकारी निदेशक (पर्यावरण एवं निर्माण प्रबंधन) हैं। वह 3 सितंबर, 1990 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग दोनों में स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों डिग्री प्राप्त की हैं। उन्होंने आईआईटी, दिल्ली डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्राप्त की है। उन्हें हमारी कंपनी के लिए जलविद्युत, सिंचाई, पत्तन एवं बंदरगाह, खान और निर्माण परियोजनाओं, सीवेज उपचार संयंत्रों के डिजाइन, सीवरेज नेटवर्क, अपशिष्ट उपचार संयंत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन इतयादि के पर्यावरणीय अध्ययन के आयोजन में विभिन्न रूप से शामिल रहने का बत्तीस (32) से अधिक वर्षों का अनुभव है।
आर. पी. दूबे 30 सितंबर, 2020 से हमारी कंपनी के मुख्य कार्यकारी निदेशक (पत्तन, बंदरगाह और अंतर्देशीय जलमार्ग) हैं। वह 30 जुलाई, 1991 से हमारी कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त की है। उन्हें कैलिफोर्निया साउथ यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट ऑफ मरीन साइंस डिग्री प्रदान की गई है। वे इंस्टीट्यूट ऑफ रेल ट्रांसपोर्ट, इंडिया से पोर्ट डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में डिप्लोमा धारक भी हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि शास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। साथ ही उन्हें केआईआईटी विश्वविद्यालय द्वारा सिविल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट की उपाधि भी प्रदान की गई है। वे एएससीई और आईएमएआरईएसटी व्यवसायिक निकाय के सदस्य हैं। साथ ही उन्होंने सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री और वित्त प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी प्राप्त किया है। उन्हें इंटरनेशनल बायोग्राफिकल सेंटर, कैम्ब्रिज, इंग्लैंड के अधिकारियों द्वारा 2012 में ओशन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी पेशेवरों में शामिल किया गया। उन्हें हमारी कंपनी में बंदरगाह नियोजन, पत्तन इंजीनियरिंग, जल संसाधन, सड़क, जल आपूर्ति और जल निकासी आदि के क्षेत्र में विभिन्न पदों पर कार्य का बत्तीस (32) वर्षों का अनुभव है, जिसमें पूर्व-निवेश रिपोर्ट, व्यवहार्यता रिपोर्ट, विस्तृत इंजीनियरिंग, निविदा दस्तावेज, डिजाइन, पर्यवेक्षण और सिविल कार्यों का निष्पादन और बहु-विषयक परियोजनाओं का प्रबंधन शामिल है।
शैलेन्द्र विश्वकर्मा 20 जून, 2023 से हमारी कंपनी के कंपनी सचिव और अनुपालन अधिकारी हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है और भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के सदस्य हैं। उन्हें विशेष रूप से सांविधिक अनुपालन, सम्पर्कता, विधिक मामले और निवेशक शिकायत निवारण के क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र, पूंजी बाजार, न्यासिता उद्योग और एनबीएफसी का 8.5 वर्ष से अधिक का अनुभव है। हमारी कंपनी में शामिल होने से पूर्व, वह एनटीपीसी लिमिटेड, कैटलिस्ट ट्रस्टीशिप लिमिटेड और क्वालिटी लिमिटेड से भी जुड़े रहे।